There’s a unique charm in short poetry that resonates deeply with our feelings, and Phool Shayari 2 Line perfectly captures that essence. Each line evokes imagery and emotion, making it a popular choice for expressing sentiments.
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Phool Shayari 2 Line
मैं चाहता था कि उस को गुलाब पेश करूँ
वो ख़ुद गुलाब था उस को गुलाब क्या देता
लोग काँटों से बच के चलते हैं
मैं ने फूलों से ज़ख़्म खाए हैं
उसे किसी से मोहब्बत न थी मगर उस ने
गुलाब तोड़ के दुनिया को शक में डाल दिया
हम ने काँटों को भी नरमी से छुआ है अक्सर
लोग बेदर्द हैं फूलों को मसल देते हैं
काँटों से गुज़र जाता हूँ दामन को बचा कर
फूलों की सियासत से मैं बेगाना नहीं हूँ
शबनम के आँसू फूल पर ये तो वही क़िस्सा हुआ
आँखें मिरी भीगी हुई चेहरा तिरा उतरा हुआ
आज भी शायद कोई फूलों का तोहफ़ा भेज दे
तितलियाँ मंडला रही हैं काँच के गुल-दान पर
फूल ही फूल याद आते हैं
आप जब जब भी मुस्कुराते हैं
काँटों से दिल लगाओ जो ता-उम्र साथ दें
फूलों का क्या जो साँस की गर्मी न सह सकें
अगरचे फूल ये अपने लिए ख़रीदे हैं
कोई जो पूछे तो कह दूँगा उस ने भेजे हैं
सुनो कि अब हम गुलाब देंगे गुलाब लेंगे
मोहब्बतों में कोई ख़सारा नहीं चलेगा
Flower Shayari in Hindi
फूल खिले हैं लिखा हुआ है तोड़ो मत
और मचल कर जी कहता है छोड़ो मत
काँटे तो ख़ैर काँटे हैं इस का गिला ही क्या
फूलों की वारदात से घबरा के पी गया
फूल कर ले निबाह काँटों से
आदमी ही न आदमी से मिले
ख़ुदा के वास्ते गुल को न मेरे हाथ से लो
मुझे बू आती है इस में किसी बदन की सी
हमेशा हाथों में होते हैं फूल उन के लिए
किसी को भेज के मंगवाने थोड़ी होते हैं
फूलों को सुर्ख़ी देने में
पत्ते पीले हो जाते हैं
अपनी क़िस्मत में सभी कुछ था मगर फूल न थे
तुम अगर फूल न होते तो हमारे होते
रंग आँखों के लिए बू है दिमाग़ों के लिए
फूल को हाथ लगाने की ज़रूरत क्या ह
कई तरह के तहाइफ़ पसंद हैं उस को
मगर जो काम यहाँ फूल से निकलता है
काँटों पे चले हैं तो कहीं फूल खिले हैं
फूलों से मिले हैं तो बड़ी चोट लगी है
कुछ ऐसे फूल भी गुज़रे हैं मेरी नज़रों से
जो खिल के भी न समझ पाए ज़िंदगी क्या है
फूलों की ताज़गी ही नहीं देखने की चीज़
काँटों की सम्त भी तो निगाहें उठा के देख
Phool Shayari in Hindi
फूलों सी मुस्कान लिए, जीवन की राहों में,
खुशबू बांटते फिरे, हर एक की बाहों में।
नाजुक से ये रिश्ते, दिल को छू जाते हैं,
बनकर यादें महकती, आँसुओं में भी खिल जाते हैं।
काँटों के दामन में, मुस्कुराते हैं ये,
हर दर्द को छुपाकर, इतराते हैं ये।
सुबह की ओस से नहाकर, ये और निखरते हैं,
जैसे खुशियों के आँसू, पलकों से बिखरते हैं।
तेरा साथ मिले तो, हम भी फूल बन जाएं,
तेरे कदमों में गिरकर, ज़िंदगी महका जाएं।
मुस्कुराते हुए फूल का कहना है,
मुस्कुराते हुए जीवन का हर ग़म सहना है।
फूलों की खुशबू फिज़ा में बिखरी है,
जैसे तेरी याद दिल में उतरी है।
मुस्कुराते हुए फूल का कहना है,
मुस्कुराते हुए जीवन का हर ग़म सहना है।
मंदिरों में सजते हैं फूल,
महफ़िलों की बढ़ाते हैं शान।
प्यार का इज़हार भी इनसे,
खुशियों का ये हैं पैगाम।
रंगों की बारात है, खुशबू की सौगात,
फूलों से ही होती है, हर दिल की बात।
चुपचाप ये रहकर भी सब कह जाते हैं,
दिल के हर एहसास को छू जाते हैं।
गम हो या खुशी, हर मौके पे साथ निभाते,
बेज़ुबान होकर भी, रिश्तों को महकाते।
खिलकर मुरझा जाना, है इनकी कहानी,
पर जाते-जाते दे जाते हैं, एक मीठी निशानी।
बागों में इनका होना, जन्नत सा लगता है,
इनकी महक से, हर ज़ख्म भी भरता है।
चमकते हुए रंग, हैं फूलों की मल्लिकाएँ,
बाग़ की राहों में, बनी हैं मिसालें।
गुलाबों की बहार, है हर राह पर,
प्रेम की भाषा, है फूलों की मुस्कान में।
चमकते हुए फूल, हैं प्रेम की बहार,
बगिया बनी है, हर दिल की कहानी का अभिनय।
गुलाबों की महक, है सुबह की मिसाल,
फूलों का संगीत, है प्रेम की मधुर सरगम।
फूल ही फूल याद आते हैं
आप जब जब भी मुस्कुराते हैं
फूलों की मुस्कान, है बाग़ की मिसाल,
गुलाबों की महक, है प्रेम का इजहार।
रंगी हुई पत्तियाँ, हैं बाग़ की कहानी,
प्रेम की बौछारों में, है बहुत सारा प्यार।
गुलाबों की मल्लिका, है बगिया की रानी,
फूलों की बहार, है सच्चे प्रेम की दास्ताँ।
रंगी हुई पत्तियाँ, हैं बगिया की महक,
बगिया बन गई, हर प्रेम की सवारी का सार।
फूलों की रानी है बहार,
खुशियों की बहार लाए,
गुलाबों की तरह खिले दिल,
मुस्कान से सजाए।
वक़्त के साथ लोग अपनी असलियत दिखा ही देते हैं,
फूल भी मजबूर होते हैं वक़्त के सामने,
और जब वक़्त आता है,
तो वे मुरझा ही जाते हैं।
सारे शहर की खुशियाँ मैं तुम पर लुटा दूँ
जिस रास्ते से तू गुजरे वहां फूल बिछा दूँ
फूलों की बहारों में,
बसी है तेरी मुस्कान,
रोज़ रोज़ खिलता है,
ये प्यार का गुलिस्तान।
फूलों की भाषा है बड़ी अजीब
वो बताते हैं दिल की बात
उनकी खुशबू में होती है मिठास
उनकी रंगत में होती है शोभा
कालियों में भी है एक प्यारी सी बात,
उनकी मुस्कुराहट में छुपी है राज सारी रात।
फूलों की खुशबू से महका है समा,
इनकी खूबसूरती में बसी है बहार का जहां।
फूलों की शायरी में छुपी है एक ख़ास बात,
इनकी ख़ूबसूरती में छुपी है दिल से दिल का राज़।
हर गुलाब कह रहा है अपनी दास्तान,
फूलों की ज़ुबान से पढ़ो, है यह कुछ ख़ास।
फूल है गुलाब का तोड़ा नहीं जाता,
आप जैसे दोस्तों को छोड़ा नहीं जाता।
चमकते हैं फूल चाँदनी रात में,
तारे भी साथ हैं साथियों की बात में।
फूलों की बहार में लहराता है दिल,
खुशबू से महका है हर पल यह अनमोल।
ज़िन्दगी की राह में फूलों का सफर,
हर कदम पर खिलते हैं, प्यार का इज़हार।
गुलाबों की बहार है, रंगीन है यह रात,
फूलों में छुपी है हर कहानी, हर बात।
Gulab Ka Phool Shayari
ग़म-ए-उम्र-ए-मुख़्तसर से अभी बे-ख़बर हैं कलियाँ
न चमन में फेंक देना किसी फूल को मसल कर
मेहर-ओ-मह गुल फूल सब थे पर हमें
चेहरई चेहरा हमें भाता रहा
तुझ से बिछड़ूँ तो कोई फूल न महके मुझ में
देख क्या कर्ब है क्या ज़ात की सच्चाई है
रुक गया हाथ तिरा क्यूँ ‘बासिर’
कोई काँटा तो न था फूलों में
मैं ने क़ुबूल कर लिया चुप चाप वो गुलाब
जो शाख़ दे रही थी तिरी ओर से मुझे
पता था मुझ को मुलाक़ात ग़ैर-मुमकिन है
सो तेरा ध्यान किया और गुलाब चूम लिया
काँटों पे चले हैं तो कहीं फूल खिले हैं
फूलों से मिले हैं तो बड़ी चोट लगी है
उस को हँसता देख के फूल थे हैरत में
वो हँसती थी फूलों की हैरानी पर
चमन का हुस्न समझ कर समेट लाए थे
किसे ख़बर थी कि हर फूल ख़ार निकलेगा
क़ुबूल कर के इसे राब्ता बहाल करो
कहीं ये फूल मिरी आख़िरी पुकार न हो
चाहने वालो प्यार में थोड़ी आज़ादी भी लाज़िम है
देखो मेरा फूल ज़ियादा देख-भाल से टूट गया
फूलों को गुलिस्ताँ में कब रास बहार आई
काँटों को मिला जब से एजाज़-ए-मसीहाई
बहार आई गुलों को हँसी नहीं आई
कहीं से बू तिरी गुफ़्तार की नहीं आई
सूरज की किरणें जब चूमें,
फूलों के चेहरे तब झूम उठें।
शबनम की बूँदें मोती बनें,
हर पल ये खुशियों से भरें।
शाख़ पर हों कि उन के जूड़े में
उम्र है एक रात फूलों की
फूलों की खुशबू फिज़ा में बिखरे,
रंगों से जहाँ सारा संवारे।
कोमल पंखुड़ियाँ, मन को भाएँ,
हर दिल में ये खुशियाँ जगाएँ।
छोटे से इस प्यारे फूल में,
छिपा है सारा संसार।
रंग, रूप और खुशबू का,
ये अद्भुत है चमत्कार।
This collection of Phool Shayari 2 Line offers a beautiful blend of emotions and nature. These short verses capture the essence of flowers, evoking feelings of love, beauty, and joy. Each Shayari serves as a perfect expression for sharing your thoughts with loved ones.








