Ajnabi Shayari
ज़िंदगी में कई ऐसे लम्हे आते हैं, जब हम किसी अजनबी से मिलते हैं और वो हमें गहराई से छू जाता है। Ajnabi shayari इस अनुभव को बयाँ करती है, जहाँ एक अजनबी का एहसास हमारे दिल में एक खास जगह बना लेता है। जब हम किसी अजनबी से जुड़ते हैं, तो वो रिश्ता हमें सोचने पर मजबूर करता है। Ajnabi shayari हमें यह सिखाती है कि अजनबियों के साथ भी हमारे दिल के जज़्बात जुड़े हो सकते हैं।
कभी-कभी, अजनबी ही हमारी ज़िंदगी में खुशियाँ लाते हैं। Ajnabi shayari in hindi इस बात को उजागर करती है कि हम एक अजनबी से मिले भावनात्मक जुड़ाव को कैसे महसूस करते हैं। जब हम अपने जज़्बातों को shayari on ajnabi के माध्यम से बयाँ करते हैं, तो हम उन अजनबियों की अहमियत को समझ पाते हैं।
Intezaar Ajnabi Shayari
अजनबियों के साथ अक्सर हमें इंतज़ार करने की फितरत भी होती है। Intezaar ajnabi shayari उस भावनात्मक स्थिति को बयाँ करती है, जब हम किसी अजनबी के लिए अपनी यादों में उन्हें खोजते हैं। यह इंतज़ार कभी खुशी का होता है, कभी दर्द का। जब हम किसी अजनबी का इंतज़ार करते हैं, तो वह हमारी सोच और दिल की गहराइयों को छू जाता है।
इस शायरी के माध्यम से Intezaar ajnabi shayari हमें एहसास दिलाती है कि अजनबी का इंतज़ार भी एक एहसास है, जो हमें जीने की उम्मीद देता है। कई बार, हम किसी अजनबी के आने का बेसब्री से इंतज़ार करते हैं, और यह इंतज़ार हमें और भी मजबूत बना देता है। जब हम इस तरह की शायरी पढ़ते हैं, तो अपने दिल के जज़्बातों को और भी बयाँ कर पाते हैं।
दिल चाहता है कि फ़िर, अजनबी बन
कर देखें, तुम तमन्ना बन जाओ, हम
उम्मीद बन कर देखें।.
चले आओ ‘अजनबी’ बनकर फिर से मिले
तुम मेरा नाम पूछो मैं तुम्हारा हाल पूछूं.
इस अजनबी शहर में पत्थर कहां से आया है,
लोगों की भीड़ में कोई अपना ज़रूर है.
एक अजनबी से मुझे इतना प्यार क्यों है
इंकार करने पर चाहत का इकरार क्यों है
उसे पाना नहीं मेरी तकदीर में शायद
फिर हर मोड़ पे उसी का इंतज़ार क्यों है.
अजनबी शहर में एक दोस्त मिला, वक्त
नाम था पर जब भी मिला मजबूर मिला.
Rishte Ajnabi Shayari
कभी-कभी ज़िंदगी में रिश्तों की पहचान अजनबियों के रूप में होती है। Rishte ajnabi shayari उन जज़्बातों को व्यक्त करती है, जहाँ हम अजनबियों के साथ भी गहरे रिश्ते महसूस करते हैं। यह शायरी उन पलो की याद दिलाती है जब एक अजनबी के साथ बिताया गया वक्त हमारे दिल को छू जाता है। जब हम किसी अजनबी से जुड़े होते हैं, तो वह रिश्ता हमारे जीवन में एक नई रोशनी लाने की क्षमता रखता है।
Rishte ajnabi shayari हमें यह एहसास कराती है कि अजनबियों के साथ भी हम कितनी गहरी भावनाएँ साझा कर सकते हैं। कभी-कभी, एक अजनबी ही हमें हमारी ज़िंदगी के मुश्किल लम्हों में सहारा देता है। यह शायरी बताती है कि रिश्तों की अहमियत सिर्फ परिचितों तक सीमित नहीं होती, बल्कि अजनबियों से भी हम सच्चे रिश्ते बना सकते हैं।
सदियों बाद उस अजनबी से मुलाक़ात हुई,
आँखों ही आँखों में चाहत की हर बात हुई.
इस दुनिया मेँ अजनबी रहना ही ठीक है,लोग
बहुत तकलीफ देते है अक्सर अपना बना कर.
कल तक तो सिर्फ़ एक अजनबी थे तुम, आज
दिल की हर एक धड़कन पर हुकूमत है तुम्हारी.
एक अजनबी से मुझे इतना प्यार क्यों है,
इंकार करने पर चाहत का इकरार क्यों है;
उससे मिलना तो तकदीर मे लिखा भी नही,
फिर हर मोड़ पे उसी का इंतज़ार क्यों है
अजनबी बन के हँसा करती है,
ज़िंदगी किस से वफ़ा करती है,
क्या जलाऊँ मैं मोहब्बत के चराग़,
एक आँधी सी चला करती है।
मंजिल का नाराज होना भी जायज था,
हम भी तो अजनबी राहों से दिल लगा बैठे.
हम तो यूँ अपनी ज़िन्दगी से मिले,
अजनबी जैसे अजनबी से मिले,
जिस तरह आप हम से मिलते हैं,
आदमी यूँ न आदमी से मिले।
चेहरे “अजनबी” हो भी जाएं तो कोई बात नहीं
लेकिन रवैया अजनबी हो जाए तो बड़ी “तकलीफ” देते है.
सदियों” बाद उस अजनबी से #मुलाक़ात हुई,
आँखों ही आँखों में चाहत की हर बात हुई,
जाते हुए उसने देखा मुझे चाहत भरी निगाहों से,
मेरी भी आँखों से आंसुओं की बरसात हुई.
हम कुछ ना कह सके उनसे, इतने जज्बातों के बाद,
हम अजनबी के अजनबी ही रहे, इतनी मुलाकातो के बाद..
Dard Ajnabi Shayari
जब दिल में दर्द होता है, तो कभी-कभी वह दर्द अजनबियों के साथ साझा करने का मन करता है। Dard ajnabi shayari उन भावनाओं को बयाँ करती है, जब हम अजनबियों के बीच अपने दिल की बातें करते हैं। यह शायरी हमें यह सिखाती है कि अजनबियों के साथ भी हम अपनी भावनाओं को साझा कर सकते हैं, चाहे वो कितना भी कठिन क्यों न हो।
कई बार, Dard ajnabi shayari हमें उन लम्हों की याद दिलाती है जब अजनबियों ने हमारी पीड़ा को समझा और हमें सहारा दिया। यह शायरी दर्द को व्यक्त करने का एक अनोखा तरीका है, जहाँ हम अपने अनुभवों को साझा करके हल्का महसूस कर सकते हैं। अजनबियों के साथ बांटी गई ये भावनाएँ अक्सर दिल को सुकून देती हैं।
हम कुछ ना कह सके उनसे, इतने जज्बातों के बाद,
हम अजनबी के अजनबी ही रहे, इतनी मुलाकातो के बाद..
वो तारों की तरह रात भर चमकते रहे,
हम चाँद से तन्हा सफ़र करते रहे,
वो तो बीते वक़्त थे उन्हें आना न था,
हम यूँ ही सारी रात करवट बदलते रहे।
उसकी हर एक शिकायत देती है मुहब्बत की गवाही,
अजनबी से वर्ना कौन हर बात पर तकरार करता है.
अजनबी तो हम जमाने के लिए हैं,आपसे
तो हम शायरियों में मुलाकात कर लेते हैं।
न जाने इतनी मोहब्बत कहाँ से आ गयी
उस अजनबी के लिए,की मेरा दिल भी
उसकी खातिर अक्सर मुझसे रूठ जाया
करता हे..
Ajnabi Dost Shayari
एक अजनबी दोस्त बनना कभी-कभी बहुत खास होता है। Ajnabi dost shayari उन रिश्तों को बयाँ करती है, जो अचानक बन जाते हैं और दिल में एक खास जगह बना लेते हैं। यह शायरी उन पलो को दर्शाती है, जब हम किसी अजनबी दोस्त के साथ अपनी बातें साझा करते हैं और वह हमारी खुशियों और ग़म में शामिल होता है।
Dost ajnabi dosti shayari हमें यह एहसास कराती है कि दोस्ती की शुरुआत कभी भी हो सकती है, चाहे वो अजनबी ही क्यों न हो। यह शायरी हमें याद दिलाती है कि एक अजनबी दोस्त भी हमारे जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है, और वह हमें जीने की नई राह दिखा सकता है।
अनजान ही अच्छे होते है साहब
जानने वाले दिल बहुत दुखाते है।.
तेरा नाम था आज किसी अजनबी की जुबान पे,
बात तो जरा सी थी पर दिल ने बुरा मान लिया.
क्या ग़म है, क्या ख़ुशी मालूम नहीं,
अपना है की अजनबी मालूम नहीं,
जिसके बिना एक पल नहीं गुज़रता,
कैसे.
अजीब किस्सा है जिंदगी का
यहां अजनबी हाल पूछते हैं और
अपनों को खबर ही नहीं..
क्या बताएं अपने हाल जनाब हम
अजनबियों को कुछ बताते नहीं और
हमारे अपने हमे पूछते ही नहीं।
Ajnabi Shahar Shayari
कभी-कभी अजनबियों के शहरों में जाना भी एक अनोखा अनुभव होता है। Ajnabi shahar shayari इस अनुभव को बयाँ करती है, जहाँ एक नए शहर में अजनबियों के बीच बिताए गए पल हमें गहराई से छू जाते हैं। यह शायरी उस सफर का एहसास कराती है, जब हम अनजान लोगों के बीच नए रिश्ते बनाते हैं।
जब हम किसी ajnabi shahar में होते हैं, तो वह अनुभव अलग ही होता है। Ajnabi shahar shayari हमें यह सिखाती है कि अजनबियों के साथ बिताए गए लम्हे हमें जीने का नया नजरिया देते हैं। यह शायरी उस आनंद को व्यक्त करती है, जो हम अजनबियों के बीच में महसूस करते हैं।
मुझे इस बात का “गम” नहीं कि बदल
गया ज़माना मेरी जिंदगी तो सिर्फ तुम हो,
कहीं तुम ना “बदल” जाना.
कभी अनजान राहों पर भी मेरा नाम लिखते थे
वो मेरे शहर में बसते हैं अब अजनबी बन कर.
अजनबी कोई समझ लेता है, कोई अन्जान समझ लेता है,
दिल है दीवाना, हर तबस्सुम को जान पहचान समझ लेता है.
कोई अजनबी फिर से ख़ास हो रहा है,
लगता है मोहोब्बत हो गई फिर से ऐसा
एहसास हो रहा है।
ज़रा सी ज़िंदगी है, अरमान बहुत हैं,
हमदर्द नहीं कोई, इंसान बहुत हैं,
दिल के दर्द सुनाएं तो किसको,
जो दिल के करीब है, वो अनजान बहुत हैं।
Ajnabi Shayari 2 Lines
जब शब्द कम पड़ जाते हैं, तब ajnabi shayari 2 lines हमारी भावनाओं को बयाँ करने का सबसे अच्छा तरीका बन जाती है। यह शायरी संक्षेप में गहरे जज़्बातों को बयाँ करती है, जहाँ हम अजनबियों के साथ अपनी अनकही बातें साझा कर सकते हैं।
Ajnabi shayari 2 lines का प्रभाव इतना गहरा होता है कि ये कुछ ही पंक्तियों में दिल की बात कह देती हैं। यह शायरी हमें याद दिलाती है कि कभी-कभी कम शब्दों में भी गहराई होती है, और अजनबी के लिए हमारी भावनाएँ स्पष्ट हो जाती हैं।
लोग इन्तजार करते रह गये कि हमें टूटा हुआ देखें…
और हम थे कि सहते सहते पत्थर के हो गये.
वह वाकिफ मेरे हाल से कि मैं बेचैन इस रात से
वह शातिर अपने अंदाज से मैं अनजान उसकी चाल से.
तेरी निगाह से ऐसी शराब पी मैंने,
फिर न होश का दावा किया कभी मैंने,
वो और होंगे जिन्हें मौत आ गई होगी,
निगाह-ए-यार से पाई है जिन्दगी मैंने।
कई अजनबी तेरी राह में मेरे पास से यूँ गुज़र गए
जिन्हे देख कर ये तड़प हुई तेरा नाम लेके पुकार लूँ .
चला दिल पे खंजर और वो दिल के पार हो गया
एक अजनबी मुलाकात हुई थी उनसे हमारी
मगर ना जाने क्यों उनसे प्यार हो गया।.
अजनबी शहर में अजनबी रास्ते
मेरी तन्हाई पर मुस्कुराते रहे
मैं बहुत देर तक यूही चलता रहा
तुम बहुत देर तक याद आते रहे..
सीने में दबा दर्द में सब को दिखाऊंगा
अजनबी समझती है अब वो हमे
ये गम भरा किस्सा में अब सब को बताऊंगा।
एक तेरे फर्क ना पड़ने से
बहुत फर्क पड़ता है मुझे..
जब भी मिलती है अजनबी सी लगती है
ना जाने क्यूँ हर रोज़ ये जिन्दगी इतने रंग
बदलती है..
हर रोज तेरी यादों के सफर में नींद ऐसे खो जाती है,
हम सोते नहीं पर रात थक के सो जाती है.
Ajnabi Se Pyar Shayari
कभी-कभी प्यार भी अजनबियों के साथ शुरू होता है। Ajnabi se pyar shayari उस भावनात्मक स्थिति को बयाँ करती है, जब हम किसी अजनबी से दिल से जुड़ जाते हैं। यह शायरी हमें यह सिखाती है कि अजनबी भी हमारे जीवन में खुशी और प्रेम ला सकते हैं।
जब हम ajnabi love shayari पढ़ते हैं, तो वो हमारे दिल में एक खास एहसास पैदा करती है। यह शायरी उन लम्हों को दर्शाती है जब हम किसी अजनबी के प्रति अपने जज़्बातों को महसूस करते हैं, और वही अजनबी हमारी ज़िंदगी में प्यार की नयी कहानी लिखता है।
हमने सोचा हम आपकी जिंदगी का एक हिस्सा है,
पर आपने तो हमे किस्सा समझ कर भुला भी दिया..
हम तुम्हे खोना नहीं चाहते इसलिए अपनी चाहत
जता रहे है,हमें मतलबी ना समझो हम पल पल
तुम्हारी याद में मरे जा रहे हैं.
खुश नहीं है हम फिर भी खुश रहने की कोशिश करते है,
हम गरीब है पर तुझे पाने की महंगी ख्वाहिश रखते है.
तुझसे ज्यादा करीब तो अब तेरी तस्वीर लगने
लगी है,जब भी मैं उसकी तरफ़ देखता हूं वो
भी मर तरफ़ देखती है.
मेरे लिए तुम किस क़दर अहमियत रखते हो कभी
खुद से पूछ लेना इस बार दिमाग नहीं दिल जवाब देगा.
Ajnabi Par Shayari
कभी-कभी अजनबी पर भी शायरी लिखना दिलचस्प होता है। Ajnabi par shayari उन अनुभवों को बयाँ करती है, जब हम किसी अजनबी की ज़िंदगी में झाँकते हैं। यह शायरी उस पल को दर्शाती है जब हम अजनबियों को समझने की कोशिश करते हैं।
जब हम ajnabi par shayari लिखते हैं, तो हम अपने दिल की गहराई से उस अजनबी के लिए अपनी भावनाएँ व्यक्त करते हैं। यह शायरी हमें यह सिखाती है कि अजनबियों की ज़िंदगी में भी एक खास कहानी होती है, और हमें उनके प्रति संवेदनशील रहना चाहिए।
काफी नजरे देखती है तुझे
लेकिन तेरा यू अनदेखा कर देना
सुकून देता है मुझे..
पता नही कुछ भी पर खबर सारी है
तेरे ख्यालों में खो जाने की यह पुरानी बीमारी है.
कुछ बोलता नहीं फिर भी सवाल करता है
उसके गाल का तिल बवाल लगता है.
इस कदर पास हो मेरे दिल के
मुझे दूरियां का एहसास नही होता.
गलत होगा ये कहना की सिर्फ औरत ही मोहब्बत करती है
मैने देखा है शमशान वासी शिव को वैराग्य त्यागते हुए..
मसला यह नहीं कि प्यार है
मसला तो यह है की आज भी तुझसे है..
तुम्हे एक बार फिर से देखना चाहता हु
इससे पहले की शहर में lockdown लग जाए..
अक्सर पूछते है लोग अलग होने की वजह
मै अपनी कमी बताकर तेरी इज्जत बचा लेती हु..
वो अपनी सहेली से कुछ इस कदर तो कहती होगी
मुझसे जो लड़का मोहब्बत करता है वो शायर है.